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अशोक, तुम्हारे हत्यारे हम हैं...
अशोक से खरीदा गया वो आखिरी पेन आज हाथ में है, लेकिन उससे कुछ लिखने का मन नहीं है। अशोक... जिसे कोई शोक न हो। यही सोच कर नामकरण किया होगा उसक...
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काली, जी हां! यही नाम था उसका। कभी वह अपने नाम के अनुरूप ही कोयले की तरह काली थी...लेकिन उसके ऊपर झलकती सफेदी चुगली करने लगी थी कि अब वह...
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ये मारीशस या किसी अफ्रीकी देश से अपने पूर्वजों की जमीन की तलाश में आने वाले राजनेता का मामला नहीं है, जो पॉजीटिव न्यूज बने। ये तो उस शेरखा...
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क्वांर करेला, कातिक मही...चैते गुड़, बैसाखे तेल....। कल ही की तो बात है। मुनमुन रात में दही खा रही थी। पिताजी ने टोका बेगुन भोजन नहीं करते।...